< 2 राजा 9 >

1 भविष्यद्वक्ता एलीशा ने भविष्यद्वक्ता मंडल के एक भविष्यद्वक्ता को आदेश दिया, “कमर बांधो, अपने हाथ में यह तेल की कुप्पी लो और रामोथ-गिलआद चले जाओ.
وَاسْتَدْعَى أَلِيشَعُ النَّبِيُّ أَحَدَ الأَنْبِيَاءِ وَقَالَ لَهُ: «تَمَنْطَقْ بِحِزَامِكَ وَخُذْ قِنِّينَةَ الزَّيْتِ مَعَكَ، وَانْطَلِقْ إِلَى رَامُوتِ جِلْعَادَ.١
2 वहां पहुंचकर निमशी के पोते, यहोशाफ़ात के पुत्र, येहू नामक व्यक्ति को खोजना. वहां तुम उसके कमरे में जाना, वह अपने साथियों के साथ बैठा होगा. उसे खड़े होने को कहना और उसे अंदर के कमरे में ले जाना.
وَحَالَمَا تَصِلُ إِلَى هُنَاكَ ابْحَثْ عَنْ يَاهُو بْنِ يَهُوشَافَاطَ بْنِ نِمْشِي، وَانْتَحِ بِهِ فِي مُخْدَعٍ دَاخِلِيٍّ،٢
3 तब इस तेल की कुप्पी का तेल उसके सिर पर उंडेल देना और कहना, यह संदेश याहवेह की ओर से है, ‘मैं तुम्हें इस्राएल का राजा अभिषिक्त करता हूं.’ तब द्वार खोलकर वहां से बिन देर किए भाग जाना.”
وَصُبَّ مِنْ قِنِّينَةِ الزَّيْتِ عَلَى رَأْسِهِ وَقُلْ لَهُ: هَذَا مَا يَقُولُهُ الرَّبُّ: قَدِ اخْتَرْتُكَ لِتَكُونَ مَلِكاً عَلَى إِسْرَائِيلَ. ثُمَّ افْتَحِ الْبَابَ وَأَسْرِعْ بِالْهَرَبِ مِنْ غَيْرِ تَوَانٍ».٣
4 तब वह युवा भविष्यद्वक्ता, एलीशा का सेवक, रामोथ-गिलआद के लिए चला.
فَمَضَى النَّبِيُّ الشَّابُّ إِلَى رَامُوتِ جِلْعَادَ،٤
5 वहां पहुंचकर उसने देखा कि सेनापति की समिति का सत्र चल रहा था. युवा भविष्यद्वक्ता ने घोषणा की, “सेनापति महोदय, मेरे पास आपके लिए एक संदेश है.” येहू ने उत्तर दिया, “हम सब में से किसके लिए?” भविष्यद्वक्ता ने उत्तर दिया, “सेनापति जी, आपके ही लिए.”
وَدَخَلَ حَيْثُ كَانَ الْقَادَةُ جُلُوساً. فَقَالَ: «لِي حَدِيثٌ خَاصٌّ مَعَكَ أَيُّهَا الْقَائِدُ» فَسَأَلَهُ يَاهُو: «مَعَ أَيِّ قَائِدٍ مِنَّا؟» فَأَجَابَ: «مَعَكَ أَنْتَ أَيُّهَا الْقَائِدُ».٥
6 तब येहू उठा और घर के भीतर चला गया. युवा भविष्यद्वक्ता ने तुरंत यह कहते हुए उसके सिर पर तेल उंडेल दिया, “याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर का यह संदेश है ‘मैं याहवेह की प्रजा, इस्राएल के लिए तुम्हारा राजाभिषेक कर रहा हूं.
فَنَهَضَ وَتَبِعَهُ إِلَى مُخْدَعٍ دَاخِلِيٍّ، حَيْثُ صَبَّ النَّبِيُّ الزَّيْتَ عَلَى رَأْسِهِ وَقَالَ لَهُ: «هَذَا مَا يَقُولُهُ الرَّبُّ إِلَهُ إِسْرَائِيلَ: قَدِ اخْتَرْتُكَ لِتَكُونَ مَلِكاً عَلَى شَعْبِ الرَّبِّ إِسْرَائِيلَ،٦
7 तुम अपने स्वामी अहाब के वंश को नाश करना, कि मैं इसके द्वारा ईजेबेल से अपने सेवक भविष्यवक्ताओं के लहू का और याहवेह के सारे सेवकों के लहू का बदला ले सकूं.
فَتَقْضِي عَلَى بَيْتِ آخْابَ سَيِّدِكَ وَتَنْتَقِمُ لِدِمَاءِ عَبِيدِي الأَنْبِيَاءِ وَدِمَاءِ جَمِيعِ أَتْقِيَاءِ الرَّبِّ مِنْ إِيزَابِل،٧
8 क्योंकि अहाब का सारा परिवार नाश होगा, मैं अहाब के वंश से हर एक पुरुष को इस्राएल राष्ट्र से मिटा डालूंगा: दास या स्वतंत्र.
وَبِذَلِكَ تُفْنِي كُلَّ بَيْتِ آخْابَ، وَتَسْتَأْصِلُ مِنْ بَيْتِ آخْابَ كُلَّ ذَكَرٍ، حُرّاً كَانَ أَمْ عَبْداً.٨
9 मैं अहाब के वंश को नेबाथ के पुत्र यरोबोअम के समान और अहीयाह के पुत्र बाशा के समान बना दूंगा.
وَتَجْعَلُ مَصِيرَ بَيْتِ آخْابَ كَمَصِيرِ بَيْتِ يَرُبْعَامَ بْنِ نَبَاطَ، وَكَمَصِيرِ بَيْتِ بَعْشَا بْنِ أَخِيَّا.٩
10 येज़्रील ही की सीमा के भीतर कुत्ते ईजेबेल के शव को खाएंगे—कोई उसे गाड़ने भी न पाएगा.’” तब युवा भविष्यद्वक्ता द्वार खोल वहां से भाग गया.
وَتَلْتَهِمُ الْكِلابُ إِيزَابِلَ فِي حَقْلِ يَزْرَعِيلَ، وَلَنْ تَجِدَ مَنْ يَدْفِنُهَا». ثُمَّ فَتَحَ الْبَابَ وَلاذَ بِالْفِرَارِ.١٠
11 जब येहू कमरे से बाहर अपने स्वामी के सेवकों के पास लौटा, वे उससे पूछने लगे, “सब कुशल तो है न? यह पागल व्यक्ति क्यों आया था तुम्हारे पास?” येहू ने उन्हें उत्तर दिया, “तुम लोग तो इस व्यक्ति को और उसकी हरकतों को जानते ही हो.”
وَعِنْدَمَا رَجَعَ يَاهُو إِلَى حَيْثُ يَجْتَمِعُ رِجَالُ سَيِّدِهِ سُئِلَ: «أَخَيْرٌ؟ لِمَاذَا جَاءَكَ هَذَا الْمَجْنُونُ؟» فَأَجَابَهُمْ: «أَنْتُمْ تَعْرِفُونَ الرَّجُلَ وَمَا يَهْذِي بِهِ».١١
12 सब एक साथ कहने लगे, “नहीं, नहीं, हम नहीं जानते. हमें सच-सच सब बताओ.” तब उसने उत्तर दिया, “उसने मुझसे यह सब कहा है ‘यह याहवेह का संदेश है, “मैं तुम्हें इस्राएल का राजा अभिषिक्त कर रहा हूं.”’”
فَقَالُوا: «هَذَا لَيْسَ صَحِيحاً. أَخْبِرْنَا الصِّدْقَ». فَقَالَ: «إِلَيْكُمْ مَا خَاطَبَنِي بِهِ: قَالَ: هَذَا مَا صَدَرَ عَنِ الرَّبِّ: قَدِ اخْتَرْتُكَ لِتَكُونَ مَلِكاً عَلَى إِسْرَائِيلَ».١٢
13 यह सुनते ही उनमें से हर एक ने अपना अपना बाहरी वस्त्र उतारकर पत्थर की सीढ़ियों पर बिछा दिया और उन्होंने नरसिंगे के साथ घोषणा की, “येहू राजा हैं.”
فَبَادَرَ كُلُّ وَاحِدٍ مِنْهُمْ وَفَرَشَ ثَوْبَهُ فَوْقَ دَرَجَاتِ السُّلَّمِ حَيْثُ كَانَ يَقِفُ، وَنَفَخُوا بِالأَبْوَاقِ قَائِلِينَ: «قَدْ مَلَكَ يَاهُو».١٣
14 निमशी के पोते, यहोशाफ़ात के पुत्र येहू ने योराम के विरुद्ध षड़्‍यंत्र रचा. योराम सारी इस्राएली सेना के साथ अराम के राजा हाज़ाएल से रामोथ-गिलआद की रक्षा कर रहा था,
وَهَكَذَا تَمَرَّدَ يَاهُو بْنُ يَهُوشَافَاطَ بْنِ نِمْشِي عَلَى يُورَامَ. وَكَانَ يُورَامُ مَعَ سَائِرِ جَيْشِ إِسْرَائِيلَ يُدَافِعُونَ عَنْ رَامُوتِ جِلْعَادَ ضِدَّ هَجَمَاتِ حَزَائِيلَ مَلِكِ أَرَامَ.١٤
15 मगर वास्तव में राजा यहोराम यहां अरामी सेना से लगे घावों से स्वस्थ होने के उद्देश्य से येज़्रील लौट आया था. ये घाव उसे अराम के राजा हाज़ाएल से युद्ध करते हुए अरामी सेना द्वारा लगे थे. येहू ने यहां यह घोषणा की, “यदि तुम सभी का यही मानना है, कि मैं अब राजा हूं, तो किसी को भी नगर से बाहर न जाने दिया जाए, कि यह समाचार येज़्रील न पहुंच सके.”
وَكَانَ يَهُورَامُ الْمَلِكُ قَدْ لَجَأَ إِلَى يَزْرَعِيلَ رَيْثَمَا يَبْرَأُ مِنَ الْجِرَاحِ الَّتِي أَصَابَهُ بِها الأَرَامِيُّونَ فِي حَرْبِهِ مَعَ حَزَائِيلَ مَلِكِ أَرَامَ. فَقَالَ يَاهُو: «إِنْ كَانَتْ هَذِهِ رَغْبَتَكُمْ فَلا تَدَعُوا أَحَداً يَنْسَلُّ مِنَ الْمَدِينَةِ لِيُذِيعَ الْخَبَرَ فِي يَزْرَعِيلَ».١٥
16 तब येहू अपने रथ पर येज़्रील जा पहुंचा, क्योंकि इस समय योराम वहीं येज़्रील में था. यहूदिया का राजा अहज़्याह इस समय योराम का कुशल मंगल पता करने यहां आया हुआ था.
ثُمَّ امْتَطَى مَرْكَبَتَهُ وَانْطَلَقَ إِلَى يَزْرَعِيلَ حَيْثُ كَانَ يُورَامُ مُضْطَجِعاً هُنَاكَ، وَقَدْ جَاءَ أَخَزْيَا مَلِكُ يَهُوذَا لِيَزُورَهُ.١٦
17 येज़्रील की शहरपनाह पर पहरेदार खड़ा हुआ था. येहू और उसके साथ बढ़ते चले आ रहे दल को देखकर उसने सूचना दी, “मुझे एक दल दिखाई दे रहा है.” यहोराम ने आदेश दिया, “एक घुड़सवार उनसे भेंटकरने भेजा जाए, जो उसे देख उससे पूछे, ‘शांति में ही आ रहे हो न?’”
وَكَانَ الرَّقِيبُ قَائِماً عَلَى بُرْجِ يَزْرَعِيلَ، فَشَاهَدَ جَمَاعَةَ يَاهُو مُقْبِلِينَ، فَقَالَ لِلْمَلِكِ: «إِنِّي أَرَى قَوْماً قَادِمِينَ». فَأَمَرَهُ يَهُورَامُ: «أَرْسِلْ فَارِساً لِلِقَائِهِمْ، فَيَسْأَلَهُمْ: أَلِلْخَيْرِ قُدُومُهُمْ؟»١٧
18 तब उससे भेंटकरने एक घुड़सवार गया. उसने येहू से कहा, “राजा ने पूछा है, ‘शांति के लिए ही आ रहे हो न?’” येहू का उत्तर था, “तुम्हें शांति से क्या लेना देना? मुड़कर हमारा अनुसरण करो.” वहां पहरेदार ने यह सूचना फैला दी: “दूत वहां पहुंचा तो ज़रूर, मगर वह लौटकर नहीं आ रहा.”
فَانْدَفَعَ فَارِسٌ لِلِقَائِهِمْ قَائِلاً: «إِنَّ الْمَلِكَ يَسْأَلُ: أَلِلْخَيْرِ قُدُومُكُمْ؟» فَأَجَابَهُ يَاهُو: «مَا شَأْنُكَ بِالْخَيْرِ؟ دُرْ وَانْضَمَّ إِلَيَّ». فَقَالَ الرَّقِيبُ لِلْمَلِكِ: «قَدْ وَصَلَ الرَّسُولُ إِلَيْهِمْ وَلَمْ يَرْجِعْ».١٨
19 इस पर एक दूसरे घुड़सवार को भी भेजा गया, जो उनके पास पहुंचा, जिसने येहू से कहा, “यह राजा का संदेश है ‘क्या सब कुशल मंगल है?’” येहू ने उसे उत्तर दिया, “क्या लेना देना है तुम्हारा कुशल मंगल से? मुड़कर हमारा अनुसरण करो.”
فَأَرْسَلَ فَارِساً آخَرَ. فَلَمَّا الْتَقَاهُمْ قَالَ: «إِنَّ الْمَلِكَ يَسْأَلُ: أَلِلْخَيْرِ قُدُومُكُمْ؟» فَأَجَابَهُ يَاهُو: «مَا شَأْنُكَ بِالْخَيْرِ؟ دُرْ وَانْضَمَّ إِلَيَّ».١٩
20 पहरेदार ने दोबारा सूचना फैला दी, “वह उनके पास पहुंचा तो ज़रूर, मगर वह लौटकर नहीं आ रहा. घुड़सवार का व्यवहार निमशी के पुत्र येहू समान है—क्योंकि घोड़ा तेजी से दौड़ाया जा रहा है.”
فَقَالَ الرَّقِيبُ لِلْمَلِكِ: «قَدْ وَصَلَ الرَّسُولُ إِلَيْهِمْ وَلَمْ يَرْجِعْ. وَقِيَادَةُ الْمَرْكَبَةِ شَبِيهَةٌ بِقِيَادَةِ يَاهُو بْنِ نِمْشِي، لأَنَّهُ يَقُودُهَا كَرَجُلٍ مَجْنُونٍ».٢٠
21 यहोराम ने आदेश दिया, “तैयारी की जाए!” योराम का रथ तैयार किया गया. तब इस्राएल का राजा योराम और यहूदिया का राजा अहज़्याह दोनों ही अपने-अपने रथों पर येहू से भेंटकरने चल पड़े. येहू से उनकी भेंट येज़्रीलवासी नाबोथ की भूमि पर हुई.
فَأَمَرَ يَهُورَامُ بِتَجْهِيزِ مَرْكَبَتِهِ، وَخَرَجَ يُصَاحِبُهُ أَخَزْيَا مَلِكُ يَهُوذَا، كُلٌّ فِي مَرْكَبَتِهِ، لِلِقَاءِ يَاهُو. فَصَادَفَاهُ عِنْدَ حَقْلِ نَابُوتَ الْيَزْرَعِيلِيِّ٢١
22 येहू को देखते ही यहोराम ने उससे पूछा, “येहू, क्या सब कुशल मंगल है?” येहू ने उत्तर दिया, “कैसे हो सकती है, शांति, जब राज्य में आपकी माता ईजेबेल की देखरेख में वेश्यावृत्ति और जादू-टोना फैलते जा रहे हैं?”
فَلَمَّا رَأَى يَهُورَامُ يَاهُو سَأَلَهُ: «أَلِلْخَيْرِ قُدُومُكَ؟» فَأَجَابَهُ يَاهُو: «أَيُّ خَيْرٍ مَادَامَ فُجُورُ أُمِّكَ إِيزَابِلَ وَسِحْرُهَا مُتَفَشِّيَيْنِ؟»٢٢
23 यह सुनते ही यहोराम ने घोड़े को हांकते हुए अहज़्याह से कहा, “देशद्रोह, अहज़्याह, देशद्रोह!”
فَأَمْسَكَ يَهُورَامُ زِمَامَ الْمَرْكَبَةِ وَأَطْلَقَ الْعِنَانَ لِخُيُولِهِ هَارِباً هَاتِفاً بِأَخَزْيَا: «خِيَانَةً يَا أَخَزْيَا!»٢٣
24 येहू ने पूरी शक्ति लगाकर धनुष ताना और यहोराम के दोनों कंधों के बीच निशाना साध कर बाण छोड़ दिया. बाण ने योराम के हृदय को बेध दिया और वह अपने रथ में ही ढेर हो गया.
فَأَطْلَقَ يَاهُو سَهْماً عَلَى يَهُورَامَ اخْتَرَقَ ظَهْرَهُ وَنَفَذَ مِنْ قَلْبِهِ، فَأَرْدَاهُ قَتِيلاً فِي مَرْكَبَتِهِ،٢٤
25 येहू ने अपने सहायक बिदकर को आदेश दिया, “उसे उठाकर येज़्रीलवासी नाबोथ की भूमि पर फेंक दो. तुम्हें वह समय याद होगा जब तुम और मैं साथ साथ उसके पिता अहाब के पीछे-पीछे जा रहे थे, स्वयं याहवेह ने कैसे उसके विरुद्ध यह घोषणा की थी:
وَقَالَ لِبِدْقَرَ قَائِدِ مَرْكَبَتِهِ: «ارْفَعْهُ وَاطْرَحْهُ فِي حَقْلِ نَابُوتَ الْيَزْرَعِيلِيِّ، وَتَذَكَّرْ كَيْفَ أَنَّ الرَّبَّ، حِينَ كُنْتُ أَنَا وَأَنْتَ رَاكِبَيْنِ خَلْفَ أَبِيهِ آخْابَ قَدْ قَضَى عَلَيْهِ بِهَذَا الْعِقَابِ،٢٥
26 ‘ठीक जिस प्रकार कल मैंने नाबोथ और उसके पुत्रों का खून खराबा देखा था, यह याहवेह का संदेश है—तुम्हारा बदला मैं इसी भूमि पर लूंगा.’ इसलिये अब उसे उठाओ और उसे उसी भूमि पर फेंक आओ.”
فَالرَّبُّ يَقُولُ: لَقَدْ رَأَيْتُ أَمْساً دَمَ نَابُوتَ وَدِمَاءَ أَبْنَائِهِ، لِهَذَا لابُدَّ أَنْ أُعَاقِبَكَ فِي هَذَا الْحَقْلِ. فَالآنَ ارْفَعْهُ وَاطْرَحْهُ فِي الْحَقْلِ حَسَبَ قَوْلِ الرَّبِّ».٢٦
27 जब यहूदिया के राजा अहज़्याह ने यह सब देखा, वह बेथ-हग्गान नगर की दिशा में भागने लगा. उसका पीछा करते हुए येहू ने आदेश दिया, “उस पर भी बाण चलाओ!” सैनिकों ने उसे उसके रथ में ही गुर की चढ़ाई पर चढ़ते हुए मार गिराया. यह जगह इब्लीम के पास है. अहज़्याह मगिद्दो की ओर भागा, जहां उसकी मृत्यु हो गई.
وَعِنْدَمَا رَأَى أَخَزْيَا مَلِكُ يَهُوذَا هَذَا، فَرَّ هَارِباً فِي الطَّرِيقِ الْمُفْضِيَةِ إِلَى بَيْتِ الْبُسْتَانِ، فَتَعَقَّبَهُ يَاهُو هَاتِفاً: «اقْتُلُوهُ». فَأَصَابُوهُ بِجِرَاحٍ مُمِيتَةٍ وَهُوَ فِي مَرْكَبَتِهِ عِنْدَ عَقَبَةِ جُورَ الْقَرِيبَةِ مِنْ يِبْلَعَامَ، وَلَكِنَّهُ تَابَعَ هَرَبَهُ إِلَى مَجِدُّو حَيْثُ مَاتَ هُنَاكَ.٢٧
28 उसके सेवक आकर उसे रथ में ही येरूशलेम ले गए और दावीद के नगर में उसे उसके पूर्वजों के साथ कब्र में रख दिया.
فَنَقَلَهُ رِجَالُهُ فِي مَرْكَبَتِهِ إِلَى أُورُشَلِيمَ حَيْثُ دَفَنُوهُ فِي قَبْرِهِ مَعَ آبَائِهِ فِي مَدِينَةِ دَاوُدَ.٢٨
29 अहज़्याह ने अहाब के पुत्र योराम के शासनकाल के ग्यारहवें साल में यहूदिया पर शासन शुरू किया था.
وَكَانَ أَخَزْيَا قَدْ مَلَكَ عَلَى يَهُوذَا فِي السَّنَةِ الْحَادِيَةِ عَشْرَةَ مِنْ حُكْمِ يُورَامَ بْنِ آخْابَ عَلَى إِسْرَائِيلَ.٢٩
30 जब येहू येज़्रील नगर पहुंचा ईजेबेल को सारी घटना का समाचार मिला. उसने अपनी आंखों में काजल लगाया, बाल संवारे और खिड़की से बाहर का नज़ारा देखने लगी.
وَتَوَجَّهَ يَاهُو إِلَى يَزْرَعِيلَ. فَلَمَّا عَلِمَتْ إِيزَابِلُ بِذَلِكَ كَحَّلَتْ عَيْنَيْهَا وَزَيَّنَتْ شَعْرَهَا وَأَطَلَّتْ مِنَ الكُوَّةِ.٣٠
31 जैसे ही येहू ने प्रवेश किया, उसने पूछा, “सब कुशल तो है, अपने ही स्वामी के हत्यारे ज़िमरी?”
وَعِنْدَمَا اجْتَازَ يَاهُو عَتَبَةَ بَابِ سَاحَةِ الْقَصْرِ قَالَتْ: «أَجِئْتَ مُسَالِماً يَا زِمْرِي يَا قَاتِلَ سَيِّدِهِ؟»٣١
32 येहू ने खिड़की की ओर दृष्टि करते हुए कहा, “कौन-कौन है मेरी ओर?” दो या तीन अधिकारी खोजों ने झांककर उसकी ओर देखा.
فَرَفَعَ وَجْهَهُ إِلَيْهَا وَصَاحَ: «مَنْ هُنَا مَعِي؟» فَأَشْرَفَ عَلَيْهِ اثْنَانِ أَوْ ثَلاثَةٌ مِنَ الْخِصْيَانِ.٣٢
33 येहू ने आदेश दिया, “फेंक दो उसे वहां से!” तब उन्होंने उसे उठाकर वहां से नीचे फेंक दिया. उसके खून के कुछ छींटे दीवार पर और कुछ छींटे घोड़ों पर जा पड़े और घोड़ों ने उसे रौंद डाला.
فَقَالَ: «اطْرَحُوهَا». فَأَلْقَوْا بِها مِنَ الكُوَّةِ فَتَنَاثَرَ بَعْضُ دَمِهَا عَلَى الْجِدَارِ وَعَلَى الْخَيْلِ الَّتِي دَاسَتْهَا بِحَوَافِرِهَا.٣٣
34 येहू राजघराने के भीतर गया और तृप्‍त होने तक भोजन किया. उसने आदेश दिया, “जाकर उस शापित स्त्री को देखो! उसे गाड़ दो, क्योंकि वह राजकुमारी थी.”
وَدَخَلَ بَعْدَ ذَلِكَ إِلَى الْقَصْرِ حَيْثُ أَكَلَ وَشَرِبَ ثُمَّ قَالَ: «اذْهَبُوا وَافْتَقِدُوا هَذِهِ الْمَرْأَةَ الْمَلْعُونَةَ وَادْفِنُوهَا، لأَنَّهَا بِنْتُ مَلِكٍ».٣٤
35 वे उसे गाड़ने के उद्देश्य से जब उसे उठाने गए, उन्होंने पाया कि वहां सिर्फ उसकी खोपड़ी, पैर और उसके हाथों की हथेलियां ही बची थी.
وَعِنْدَمَا خَرَجُوا لِيَدْفِنُوهَا لَمْ يَجِدُوا مِنْ أَشْلائِهَا سِوَى الْجُمْجُمَةِ وَالرِّجْلَيْنِ وَكَفَّيِ الْيَدَيْنِ،٣٥
36 जब वे लौटकर येहू को बताने गए, उसने याद दिलाया, “यह याहवेह की भविष्यवाणी के अनुसार हुआ है, जो उन्होंने अपने सेवक तिशबेवासी एलियाह के माध्यम से भेजी थी: येज़्रील की सीमा के ही भीतर कुत्ते ईजेबेल का मांस खा जाएंगे,
فَرَجَعُوا وَأَخْبَرُوهُ، فَقَالَ: «هَذَا إِتْمَامٌ لِقَضَاءِ الرَّبِّ الَّذِي نَطَقَ بِهِ عَلَى لِسَانِ إِيلِيَّا التِّشْبِيِّ قَائِلاً: إِنَّ الْكِلابَ سَتَلْتَهِمُ لَحْمَ إِيزَابِلَ فِي حَقْلِ يَزْرَعِيلَ.٣٦
37 और ईजेबेल का शव येज़्रील की सीमा के भीतर की भूमि पर गोबर के समान होगा, कि कोई यह न कह सके, ‘यह ईजेबेल है.’”
وَتُصْبِحُ جُثَّةُ إِيزَابِلَ كَالزِّبْلِ عَلَى وَجْهِ حَقْلِ يَزْرَعِيلَ بِحَيْثُ لَا يَتَعَرَّفُ عَلَيْهَا أَحَدٌ فَيَقُولُ: هَذِهِ إِيزَابِلُ».٣٧

< 2 राजा 9 >