< הָשֵּׁנִית אֶל־הַקּוֹרִנְתִּיִים 3 >

הנחל עוד לשבח עצמנו האם נצטרך כמקצת אנשים לאגרות אליכם או מכם המזכירות אתנו לשבח׃ 1
क्या हम फिर अपनी बड़ाई करने लगे? या हमें कितनों के समान सिफारिश की पत्रियाँ तुम्हारे पास लानी या तुम से लेनी हैं?
אתם אגרתנו הכתובה בלבבנו ונודעה ונקראה לכל אדם׃ 2
हमारी पत्री तुम ही हो, जो हमारे हृदयों पर लिखी हुई है, और उसे सब मनुष्य पहचानते और पढ़ते हैं।
כי בידוע שאתם אגרת המשיח ערוכה על ידי שרותנו כתובה לא בדיו כי אם ברוח אלהים חיים ולא על לוחות אבן כי אם על לוחות בשר הלב׃ 3
यह प्रगट है, कि तुम मसीह की पत्री हो, जिसको हमने सेवकों के समान लिखा; और जो स्याही से नहीं, परन्तु जीविते परमेश्वर के आत्मा से पत्थर की पटियों पर नहीं, परन्तु हृदय की माँस रूपी पटियों पर लिखी है।
וכזה בטחוננו באלהים על ידי המשיח׃ 4
हम मसीह के द्वारा परमेश्वर पर ऐसा ही भरोसा रखते हैं।
יען אשר לא נוכל אנחנו לדין דין מעצמנו כי יכלתנו מאת האלהים היא׃ 5
यह नहीं, कि हम अपने आप से इस योग्य हैं, कि अपनी ओर से किसी बात का विचार कर सकें; पर हमारी योग्यता परमेश्वर की ओर से है।
אשר הכשיר אתנו למשרתי ברית חדשה לא של האותיות אלא של הרוח כי האות ימית והרוח יחיה׃ 6
जिसने हमें नई वाचा के सेवक होने के योग्य भी किया, शब्द के सेवक नहीं वरन् आत्मा के; क्योंकि शब्द मारता है, पर आत्मा जिलाता है।
ואם שרות המות החרות באותיות על האבן נראה בכבוד עד שלא יכלו בני ישראל להביט אל פני משה מפני כבוד פניו העמד להבטל׃ 7
और यदि मृत्यु की यह वाचा जिसके अक्षर पत्थरों पर खोदे गए थे, यहाँ तक तेजोमय हुई, कि मूसा के मुँह पर के तेज के कारण जो घटता भी जाता था, इस्राएली उसके मुँह पर दृष्टि नहीं कर सकते थे।
כמה יגדל כבוד שרות הרוח׃ 8
तो आत्मा की वाचा और भी तेजोमय क्यों न होगी?
כי אם השרות אשר לחיב כבוד הוא כמה יעדף בכבוד השרות אשר לזכות׃ 9
क्योंकि जब दोषी ठहरानेवाली वाचा तेजोमय थी, तो धर्मी ठहरानेवाली वाचा और भी तेजोमय क्यों न होगी?
כי אף הנכבד איננו נחשב לכבוד לעמת הכבוד הנעלה הזה׃ 10
१०और जो तेजोमय था, वह भी उस तेज के कारण जो उससे बढ़कर तेजोमय था, कुछ तेजोमय न ठहरा।
כי אם הדבר העמד להבטל יש לו כבוד הדבר הקים על אחת כמה וכמה׃ 11
११क्योंकि जब वह जो घटता जाता था तेजोमय था, तो वह जो स्थिर रहेगा, और भी तेजोमय क्यों न होगा?
על כן בהיות לנו תקוה כזאת פתחון פינו רב הוא׃ 12
१२इसलिए ऐसी आशा रखकर हम साहस के साथ बोलते हैं।
ולא כמשה אשר נתן מסוה על פניו פן יביטו בני ישראל אל סוף העמד להבטל׃ 13
१३और मूसा के समान नहीं, जिसने अपने मुँह पर परदा डाला था ताकि इस्राएली उस घटनेवाले तेज के अन्त को न देखें।
אבל נטמטמו דעותיהם כי עד היום הזה בקראם הברית הישנה נשאר ולא גלה המסוה ההוא אשר לא יוסר כי אם במשיח׃ 14
१४परन्तु वे मतिमन्द हो गए, क्योंकि आज तक पुराने नियम के पढ़ते समय उनके हृदयों पर वही परदा पड़ा रहता है; पर वह मसीह में उठ जाता है।
אבל עד היום הזה בקראם את משה מונח מסוה על לבם׃ 15
१५और आज तक जब कभी मूसा की पुस्तक पढ़ी जाती है, तो उनके हृदय पर परदा पड़ा रहता है।
וכשיפנו אל האדון יוסר המסוה׃ 16
१६परन्तु जब कभी उनका हृदय प्रभु की ओर फिरेगा, तब वह परदा उठ जाएगा।
והאדון הוא הרוח ובאשר רוח האדון שם החרות׃ 17
१७प्रभु तो आत्मा है: और जहाँ कहीं प्रभु का आत्मा है वहाँ स्वतंत्रता है।
ואנחנו כלנו בפנים מגלים ראים את כבוד האדון במראה ונחלף אל עצם דמות ההיא מכבוד אל כבוד כהחלף מאת אדון הרוח׃ 18
१८परन्तु जब हम सब के उघाड़े चेहरे से प्रभु का प्रताप इस प्रकार प्रगट होता है, जिस प्रकार दर्पण में, तो प्रभु के द्वारा जो आत्मा है, हम उसी तेजस्वी रूप में अंश-अंश करके बदलते जाते हैं।

< הָשֵּׁנִית אֶל־הַקּוֹרִנְתִּיִים 3 >