< Hosea 2 >

1 [At that time, ] you will say to your fellow-Israeli men, “[You are] God’s people,” and [you will say] to your fellow-Israeli women, “You are ones whom God loves.”
“अपने भाइयों से कहो, ‘मेरे लोग,’ और अपनी बहनों से कहो, ‘मेरे प्रिय लोग.’
2 [Yahweh also said to me], “I want you to accuse the Israeli people. [It is as though] [MET] this nation is your mother, but this nation is [no longer as though it is] [MET] my wife, and it is [no longer as though] [MET] I am its husband. Tell the Israeli people that they must stop [acting like] a prostitute [by worshiping other gods]; they must stop showing by their behavior that they (are unfaithful to/have abandoned) [me] [MET].
“अपनी माता को डांटो, उसे डांटो, क्योंकि वह मेरी पत्नी नहीं है, और मैं उसका पति नहीं हूं. वह अपने चेहरे से व्यभिचारी भावना और अपने स्तनों के बीच से विश्वासघात को दूर करे.
3 If they do not do that, I will not give them [food and] clothes [as a husband should give to his wife]; I will take away those things, and I will cause their nation to become [as deserted] as it was on the day that I [brought their ancestors out of Egypt and caused them to become a nation] [MET]. I will cause their country to be like [SIM] a desert; there will be no rain to water the ground [MET].
अन्यथा मैं उसके कपड़े उतारकर उसे ऐसी नंगी कर दूंगा जैसे वह अपने जन्म के समय थी; मैं उसे मरुस्थल के समान बना दूंगा, उसे एक सूखी भूमि में बदल दूंगा, और उसे प्यास से मारूंगा.
4 I will not pity the people, because they have [abandoned me] as [MET] prostitutes abandon their husbands.
मैं उसके बच्चों के प्रति प्रेम नहीं दिखाऊंगा, क्योंकि वे व्यभिचार से पैदा हुए बच्‍चे हैं.
5 Their parents are like prostitutes [MET]: they have been unfaithful [to me], and they have done [very] disgraceful things. They said, ‘We will run to [our idols/gods] who love us; [they are the ones] who give us food and water and wool and linen and [olive] oil, and [wine to] drink.’
उनकी माता ने विश्वासघात किया है और वे कलंक से उसके गर्भ में पड़े. उसने कहा, ‘मैं अपने प्रेमियों के पीछे जाऊंगी, जो मुझे मेरा भोजन-पानी, मेरा ऊनी और सन के कपड़े, मेरा जैतून तेल और मेरा दाखमधु देते हैं.’
6 So [it will be as though] [MET] I am blocking their road with thornbushes, and putting put a wall around them so that they do not know which way to go.
इसलिये मैं उसके रास्ते को कंटीली झाड़ियों से बंद कर दूंगा; मैं उसके आगे दीवार खड़ी कर दूंगा, जिससे उसे उसका रास्ता नहीं मिलेगा.
7 They will run to their idols/gods that [they think] love them, but they will not find them. They will search for their false gods, but they will not find them. Then they will say, ‘[Perhaps] we should return to [Yahweh], whom we worshiped previously [MET], because things were better for us then than they are now.’
वह अपने प्रेमियों का पीछा करेगी पर उन्हें पकड़ नहीं सकेगी; वह उन्हें खोजेगी पर वे उसे नहीं मिलेंगे. तब वह कहेगी, ‘मैं पहले के समान अपने पति के पास लौट जाऊंगी, क्योंकि तब मेरी स्थिति अब की अपेक्षा बेहतर थी.’
8 But they do not realize that I, [Yahweh], am the one who gave them grain and wine and [olive] oil; I am the one who gave them silver and gold which they used to worship Baal.
उसने इस बात को नहीं माना है कि वह मैं ही था, जिसने उसे अन्‍न, नई दाखमधु और तेल दिया था, जिसने उस पर खुले हाथों से सोना-चांदी लुटाया था— जिसका उपयोग उन्होंने बाल देवता के लिए किया.
9 Therefore I will return and take my grain and grapes from them when they are ripe. I will take from them the wool and linen that I gave to them [to make their clothes] [MTY].
“इसलिये मैं अपने अन्‍न को ले लूंगा जब वह पक जाएगा, और अपनी नई दाखमधु को ले लूंगा जब वह तैयार हो जाएगा. मैं अपने ऊन और सन के कपड़े वापस ले लूंगा, जिसे मैंने उसे उसके नंगे तन को ढांपने के लिये दिये थे.
10 I will show those false gods/idols that what my people are doing is disgusting [MET], and no one will be able to hinder me from [punishing them].
इसलिये अब मैं उसकी अश्लीलता को उसके प्रेमियों के सामने प्रकट करूंगा; कोई भी उसे मेरे हाथ से छुड़ा न सकेगा.
11 I will cause their religious celebrations to cease, the festivals that they celebrate every year and at every new moon and on their (Sabbath days/weekly days of rest). I will cause all their religious celebrations to cease.
मैं उसके सब उत्सवों को बंद कर दूंगा: उसके वार्षिक त्योहार, उसके नये चांद का उत्सव, उसके शब्बाथ का उत्सव—उसके सब निर्धारित त्योहारों को बंद कर दूंगा.
12 I will destroy [all] their grapevines and fig trees, which they said were what their [idols/gods] who loved them paid them for worshiping those idols. I will cause those places to become a desert, and wild animals will eat the fruit [that remains].
मैं उसके अंगूर की लताओं और अंजीर के पेड़ों को नष्ट कर दूंगा, जिनके बारे में वह कहती है कि यह मेरी मजदूरी है जिसे मेरे प्रेमियों ने दिया था; मैं उनको एक झाड़ी बना दूंगा, और जंगली जानवर उन्हें खा जाएंगे.
13 I will punish my people for [all] the times that they burned incense to [honor] the idols of Baal. They decorated themselves with rings and jewelry, and they went to worship those [false gods/idols] that [they thought] [IRO] loved them, but they abandoned/forgot me! [That is what I], Yahweh, say.
मैं उसे उस बात के लिये दंड दूंगा कि उसने बाल देवताओं के लिये धूप जलाया; वह अपने आपको नथनी और गहनों से सजाती, और अपने प्रेमियों के पीछे जाती थी, पर मुझको वह भूल गई,” याहवेह की घोषणा है.
14 But listen! [Some day] I will persuade my people [to worship me again]; I will lead them [out] into the desert and speak kindly to them [there].
“इसलिये मैं उसे ललचाऊंगा; मैं उसे निर्जन जगह में ले जाऊंगा और उससे कोमलता से बात करूंगा.
15 I will give their vineyards [back] to them, and I will cause Achor Valley, [which means ‘valley of trouble'], to become a valley where they will confidently expect [me to do good things for them]. They will (respond to/want to please) me there like they did long ago, when I freed them from [being slaves in] Egypt.
वहां मैं उसे उसकी अंगूर की बारियां लौटा दूंगा, और आकोर घाटी को आशा का द्वार बना दूंगा. वहां वह ऐसे जवाब देगी जैसे वह अपने जवानी के दिनों में दिया करती थी, अर्थात् जैसे वह मिस्र देश से निकलकर आने के समय दिया करती थी.”
16 At that time, they will say to me, ‘[It is as though] [MET] you are our husband.’ They will not say that I am their [master, like they considered that] Baal [was].
याहवेह घोषणा करते हैं, “उस दिन, तुम मुझे ‘मेरा पति’ कहोगी; तुम मुझे फिर कभी अपना मालिक नहीं कहोगी.
17 I will not allow them to speak [MTY] the names of Baal; they will never use those names again.
मैं उसके मुंह से बाल देवताओं का नाम मिटा दूंगा; उनका नाम फिर कभी न लिया जाएगा.
18 At that time [it will be as though] I will make an agreement with [all] the wild animals and birds, and [even with] the little animals that scurry across the ground, so that they will never harm my people [again]. And I will remove from their nation all the weapons [for fighting] battles, [like] swords and bows [and arrows]. The result will be that my people will live peacefully and safely, and will not be afraid.
उस दिन मैं उनके लिये जंगली जानवरों, आकाश के पक्षियों और भूमि पर रेंगनेवाले जंतुओं के साथ एक वाचा बांधूंगा. धनुष और तलवार और युद्ध को मैं देश से समाप्‍त कर दूंगा, ताकि लोग निडर होकर आराम करें.
19 I will cause them to be [as though they are] [MET] my bride forever. I will be righteous and fair/just; I will faithfully love them and be kind to them.
मैं तुम्हें सदा के लिए विवाह का वचन दूंगा; मैं तुमको धर्मीपन और सच्चाई, प्रेम और करुणा के साथ विवाह का वचन दूंगा.
20 I will not abandon them, and they will realize [that I] Yahweh, [have the power to do what I say that I will do.]
मैं तुम्हें विश्वासयोग्यता के साथ विवाह का वचन दूंगा, और तुम याहवेह को जान जाओगी.”
21 At that time, [when they request me to do things for them], [I will do those things]. When they request clouds and rain to fall on their land, I will speak to the clouds, and rain will fall on the earth,
याहवेह की घोषणा है, “उस दिन मैं जवाब दूंगा, मैं आकाशमंडल को जवाब दूंगा, और वे पृथ्वी को जवाब देंगे;
22 and grain will grow, and the vineyards and the olive trees will grow in Jezreel [Valley].
और पृथ्वी अन्‍न, नई दाखमधु और जैतून तेल को जवाब देगी, और वे येज़्रील को जवाब देंगे.
23 [At that time], I will take care of the Israeli people [like a farmer plants and takes care of his crops] [MET]. I will love those people that I previously said were ones I did not love, and I previously said, ‘You are not my people,’ and [then] they will say to me, ‘You are our God.’”
तब मैं स्वयं उस देश में उसका रोपण करूंगा; मैं उसे अपना प्रेम दिखाऊंगा, जिसे मैं अपना प्रिय नहीं कहता, वे जो मेरे लोग नहीं कहे जाते, उन्हें मैं कहूंगा, ‘तुम मेरे लोग हो’; और वे कहेंगे, ‘आप हमारे परमेश्वर हैं.’”

< Hosea 2 >