< 詩篇 116 >
मैं ख़ुदावन्द से मुहब्बत रखता हूँ क्यूँकि उसने मेरी फ़रियाद और मिन्नत सुनी है
चुँकि उसने मेरी तरफ़ कान लगाया, इसलिए मैं उम्र भर उससे दू'आ करूँगा
3 死亡的繩索纏繞我; 陰間的痛苦抓住我; 我遭遇患難愁苦。 (Sheol )
मौत की रस्सियों ने मुझे जकड़ लिया, और पाताल के दर्द मुझ पर आ पड़े; मैं दुख और ग़म में गिरफ़्तार हुआ। (Sheol )
4 那時,我便求告耶和華的名,說: 耶和華啊,求你救我的靈魂!
तब मैंने ख़ुदावन्द से दुआ की, ऐ ख़ुदावन्द, मैं तेरी मिन्नत करता हूँ मेरी जान की रिहाई बख्श!
5 耶和華有恩惠,有公義; 我們的上帝以憐憫為懷。
ख़ुदावन्द सादिक़ और करीम है; हमारा ख़ुदा रहीम है।
6 耶和華保護愚人; 我落到卑微的地步,他救了我。
ख़ुदावन्द सादा लोगों की हिफ़ाज़त करता है; मैं पस्त हो गया था, उसी ने मुझे बचा लिया।
7 我的心哪!你要仍歸安樂, 因為耶和華用厚恩待你。
ऐ मेरी जान, फिर मुत्मइन हो; क्यूँकि ख़ुदावन्द ने तुझ पर एहसान किया है।
8 主啊,你救我的命免了死亡, 救我的眼免了流淚, 救我的腳免了跌倒。
इसलिए के तूने मेरी जान को मौत से, मेरी आँखों को आँसू बहाने से, और मेरे पाँव को फिसलने से बचाया है।
मैं ज़िन्दों की ज़मीन में, ख़ुदावन्द के सामने चलता रहूँगा।
मैं ईमान रखता हूँ इसलिए यह कहूँगा, मैं बड़ी मुसीबत में था।
मैंने जल्दबाज़ी से कह दिया, कि “सब आदमी झूटे हैं।”
ख़ुदावन्द की सब ने'मतें जो मुझे मिलीं, मैं उनके बदले में उसे क्या दूँ?
मैं नजात का प्याला उठाकर, ख़ुदावन्द से दुआ करूँगा।
मैं ख़ुदावन्द के सामने अपनी मन्नतें, उसकी सारी क़ौम के सामने पूरी करूँगा।
ख़ुदावन्द की निगाह में, उसके पाक लोगों की मौत गिरा क़द्र है।
16 耶和華啊,我真是你的僕人; 我是你的僕人,是你婢女的兒子。 你已經解開我的綁索。
आह! ऐ ख़ुदावन्द, मैं तेरा बन्दा हूँ। मैं तेरा बन्दा, तेरी लौंडी का बेटा हूँ। तूने मेरे बन्धन खोले हैं।
17 我要以感謝為祭獻給你, 又要求告耶和華的名。
मैं तेरे सामने शुक्रगुज़ारी की कु़र्बानी पेश करूँगा और ख़ुदावन्द से दुआ करूँगा।
18 我要在他眾民面前, 在耶和華殿的院內, 在耶路撒冷當中, 向耶和華還我的願。 你們要讚美耶和華!
मैं ख़ुदावन्द के सामने अपनी मन्नतें, उसकी सारी क़ौम के सामने पूरी करूँगा।
ख़ुदावन्द के घर की बारगाहों में, तेरे अन्दर ऐ येरूशलेम! ख़ुदावन्द की हम्द करो।